बच्चों में संवाद क्षमता की विकास के लिए सरकारी प्राथमिक विद्यालय में एक नवाचार Ranchi Speaks कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बादल राज, जिला शिक्षा अधीक्षक रांची के इस अभिनव प्रयोग से रांची जिले के प्रारंभिक विद्यालय के बच्चों के संवाद क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ भाषा की कौशलता में विकास एवं बच्चों में झिझकपन की कमी हुई है।
Ranchi Speaks क्या है ?
बच्चों में संवाद क्षमता संवर्धन एवं भाषाई कौशल विकास को बढ़ावा मिले इसके लिए उन्हें हिन्दी, अंग्रेजी, क्षेत्रीय या जनजातीय भाषा में बोलना होता है। बोलने के लिए प्रत्येक माह में दो टॉपिक दिया जाता है। एक टॉपिक की अवधि 15 दिनों के लिए होती है। टॉपिक कक्षा एक से पांच और कक्षा छः से आठ के लिए अलग -अलग निर्धारित होती है।
जब बच्चे किसी विषय पर बोलने की तैयारी करते हैं, तो वे गहराई से सोचते हैं और नई रचनात्मक विचारधारा विकसित करते हैं। जब बच्चे दूसरों को बोलते हुए सुनते हैं, तो वे धैर्यपूर्वक सुनने और समझने की आदत डालते हैं, जो उनके लिए जीवनभर उपयोगी होती है।
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Ranchi Speaks कार्यक्रम से क्या लाभ है ?
देहाती भाषा में कहा जाए तो बच्चे जितना मुँह फट होंगे वो उतने जिज्ञाशु प्रवृति के होंगे। Ranchi Speaks कार्यक्रम से बच्चों को बोलने की क्षमताओं में विकास के साथ निम्नलिखित लाभ होंगे-
➭ Ranchi Speaks कार्यक्रम के तहत विद्यालय में सार्वजनिक रूप से बोलने से छात्रों के अंदर की झिझक और डर कम होता है, जिससे वे सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक सक्रिय बनते हैं।
➭ बोलने से बच्चों का आत्मविश्वास विकसित होता है, जिससे वे अपने विचारों को दूसरे के सामने खुलकर व्यक्त कर पाते हैं।
➭ बोलने की कला सीखने से बच्चों की भाषा और अभिव्यक्ति बेहतर होती है, जिससे वे प्रभावी ढंग से कक्षा एवं अन्यत्र स्थानों पर संवाद कर सकते हैं।
➭ जब बच्चे चेतना सत्र या भाषा के कक्षा अवधि में बोलते हैं, तो वे नेतृत्व करने और दूसरों को प्रेरित करने की क्षमता विकसित करते हैं।
➭ बच्चों को सम्बंधित टॉपिक के साथ अपने विचारों को व्यवस्थित और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने की कला आती है।
➭ Ranchi Speaks कार्यक्रम वाद-विवाद, भाषण और प्रस्तुतियाँ बच्चों को टीम वर्क और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का महत्व सिखाती हैं। आगे चलकर बच्चों को करियर में भी लाभ मिल सकता है।
➭ प्राथमिक विद्यालय के बच्चे जब अपने विचार दूसरों के साथ साझा करते हैं और सराहना पाते हैं, तो उन्हें और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है।
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सारांश
Ranchi Speaks बहुत बेहतरीन और बहुपयोगी कार्यक्रम है। बोलने के अधिक अवसर मिलने से बहुमुखी विकास में सहायक होता है । बोलने से बच्चे अपनी भावनाओं को सही शब्दों में व्यक्त करना सीखते हैं, जिससे वे मानसिक रूप से अधिक संतुलित और आत्मनिर्भर बनते हैं। इसलिए, बोलना बच्चों के समग्र विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।