स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखण्ड सरकार द्वारा सभी सरकारी गैर सरकारी विद्यालयों में बाल संसद (Bal Sansad) गठन करने का प्रावधान किया है। यह विद्यालयों में जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई को व्यवस्थित करने एवं स्वच्छता व्यवहार एवं साफ-सफाई की आदत को बनाये रखने, पर्यावरण को अनुकूल बनाए रखने के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने में अग्रिम भूमिका निभाती है।
विद्यालय स्तर में बाल संसद के कार्य को कई भागों में बाँटा गया है। दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, अर्द्ध वार्षिक, वार्षिक स्तर पर कार्य और दायित्व का बँटवारा किया गया है।
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बाल संसद (Bal Sansad) का कार्य एवं दायित्व
(I) दैनिक कार्य एवं दायित्व
- सुबह की प्रार्थना सभा में जल, स्वच्छता एवं साफ सफाई, पर्यावरण एक भारत श्रेष्ठ भारत के संदर्भ में जानकारी देना।
- छात्रों की व्यक्तिगत स्वच्छता की देखरेख करना।
- बाल संसद (Bal Sansad) का कार्य एवं दायित्व मध्याहन भोजन के पहले तथा शौचालय के प्रयोग के बाद हाथ धुलाई के आदत का अनुश्रवण करना।
- बाल संसद (Bal Sansad) का कार्य एवं दायित्व जल प्रयोग एवं संचयन, वृक्षारोपण आदि की देखभाल करना।
- स्वच्छ पेयजल के उपयोग की देख-रेख करना।
(ii) साप्ताहिक कार्य एवं दायित्व
- स्वच्छता एवं साफ-सफाई पर आधारित वाद-विवाद, समूह चर्चा, गीत, कविता आदि का आयोजन करना।
- बाल संसद (Bal Sansad) का कार्य एवं दायित्व विद्यालय के किचन गार्डन के निर्माण एवं रख-रखाव में सहायता करना।
- हाथ-धुलाई एवं शौचालय की व्यवस्था एवं साफ़ -सफाई और उसका देखरेख करना।
- विद्यालय में स्थापित इंन्सीनेटर एवं सेनेटरी नैपकीन डिस्पेन्सन मशीन के रखरखाव का ध्यान रखना।
- साफ सफाई हेतु साबुन इत्यादि सामग्री की उपलब्धता और उसकी व्यवस्था आदि देखना।
(iii) मासिक कार्य एवं दायित्व
- प्रत्येक माह के 19 तारीख को बाल संसद की बैठक आयोजित करना।
- प्रत्येक माह के 25 तारीख को विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में बल संसद के प्रधानमंत्री को सदस्य के रूप में भाग लेना ।
- जल, स्वच्छता एवं साफ- सफाई, पर्यावरण, एक भारत श्रेष्ठ भारत के साझेदार राज्य (गोवा) के संदर्भ मे विद्यालय के शिक्षक से बैठक आयोजित करना ।
- जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई, पर्यावरण संदर्भ में सहपाठी से चर्चा करना।
(iv) अर्द्ध वार्षिक कार्य एवं दायित्व
- समुदाय एवं छात्रों के बीच स्वच्छता एवं साफ-सफाई की आदत को बढ़ावा देने हेतु रैली, स्ट्रीट प्ले आदि का आयोजन करना।
- बच्चों के चिकित्सा जाँच आदि में शिक्षकों की सहायता करना।
- बाल संसद (Bal Sansad) का कार्य एवं दायित्व बाल कोष निर्माण में शिक्षकों की सहायता करना।
(v) वार्षिक कार्य एवं दायित्व
- कार्यकाल पूरा होने के बाद पर नयी समिति का चुनाव कराना ।
- जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई, पर्यावरण, एक भारत श्रेष्ठ भारत के साझेदार राज्य (गोवा) के संदर्भ में योजना तैयार करना ।
- विद्यालय स्तर पर प्रचार प्रसार की सामग्री के निर्माण में सहायता करना।
- विद्यालय में किशोरियों के लिए चेंजिंग रूम और पेड बैंको की उपलब्धता की निगरानी करना।
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बाल संसद के मंत्रीपद
बाल संसद के मंत्री का चुनाव प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में किया जाता है। कुल 11 मंत्री होते है। एक पद पर एक से अधिक सदस्यों की दावेदारी होने पर वोटिंग प्रक्रिया के तहत चुने जाते है। निम्नलिखित कुल 11 मंत्रीपद होते है :-
- प्रधानमंत्री
- शिक्षा मंत्री
- स्वच्छता मंत्री
- स्वास्थ्य मंत्री
- पर्यावरण मंत्री
- पोषण मंत्री
- उपस्थिति मंत्री
- खेलकूद एवं संस्कृति मंत्री
- संचार एवं सम्पर्क मंत्री
- कौशल विकास मंत्री
- सुरक्षा एवं न्याय मंत्री