झारखण्ड प्रदेश के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूल में इको क्लब (ECO club in School) का गठन किया जाना है। इसके तहत पेड़ लगाना , स्वच्छता अभियान , प्राकृतिक संरक्षण, बागवानी के प्रति बच्चों को जोड़ा जायेगा। यह छात्रों को एक दूसरे के साथ सहयोग करने और अधिक से अधिक सीखने का मौका प्रदान करता है इससे अपने विद्यालय के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सक्रियता का माध्यम बनाता है।
ECO club का उद्देश्य
यह छात्रों का एक समूह होता है जो पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता लाने , समस्याओं को चिन्हित कर उनके निदान हेतु गतिविधियों में अपनी भागेदारी करते है। इको क्लब गठन के अन्तर्निहित उद्देश्यों में बच्चों को प्रकृति और पर्यावरण के बीच ले जाना और पर्यावरण को कक्षा में पठन पाठन पाठ्यक्रम और गतिविधियों में शामिल करना प्रमुख है। विद्यालय में इको क्लब पर्यावरण शिक्षा गतिविधियों का केंद्र होता है जो ECO club के सदस्यों (छात्र-छात्रों ) में उनके समझ और कौशल को बढ़ाकर उन्हें अपने आसपास के पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाता है।
ECO club हेतु निर्धारित राशि
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता वभाग के आदेश से झारखंड राज्य के विद्यालयों में पूर्व से ही इको क्लब स्थापित हैं। जहाँ पर ये कार्य नहीं हुआ है उस विद्यालय को इको क्लब गठन या पुनर्गठन करने की आवश्यकता है। यूनिसेफ के WASH कार्यक्रम की प्राथमिकताओं में Eco Club एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। कार्यक्रम की सफल संचालन हेतु विद्यालयों को राशि देने का प्रावधान किया गया है। यह राशि PFMS के माध्यम से आवंटित की जायगी जो निम्न प्रकार से होगी :-
क्रम संख्या | विद्यालय का प्रकार | निर्धारित राशि |
---|---|---|
1 | प्राथमिक विद्यालय | 3500 |
2 | मध्य विद्यालय | 10000 |
3 | उच्च विद्यालय | 15000 |
स्कूल में इको क्लब का कार्य
इको क्लब के कार्य के तहत छात्रों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और सवेंदनशीलता को बढ़ावा देना है। कचरा प्रबंधन, विद्यालय परिसर और उसके आसपास पेड़ लगाने , वायु,जल एवं ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण को नियंत्रित करने के लिए शिक्षित व जागरूकता बढ़ाने के अतिरिक्त निम्नलिखित कार्य है:-
- विद्यालय को स्वतः या समुदाय के सहयोग से घेराबंदी हेतु स्मारित करना ।
- विद्यालय में बिजली का प्रभावी उपयोग (एल.ई.डी. बल्ब, सौर लैंप का प्रयोग तथा आवश्यकता नहीं रहने पर बिजली के सारे स्विच बंद कराना) सुनिश्चित करना ।
- Eco Club के सदस्यों को उनके कार्य एवं दायित्व के प्रति संवेदनशील बनाना ।
- Eco Club के सदस्यों द्वारा स्थानीय पौधों एवं बीज की जानकारी एवं उनके प्रयोग की जानकारी प्राप्त करना एवं आवश्यकतानुसार बीजों को विद्यालय परिसर में लगाने हेतु संरक्षित करना ।
- विद्यालय परिसर में बगीचा (Kitchen Garden) विकसित करना एवं उसकी सुरक्षा करना ।
- छात्रों को वृक्षारोपण द्वारा अपने आस-पास के पर्यावरण को हर भरा और स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित करना।
- स्थानीय जानकारी के आधार पर जल संरक्षण की शुरूआत करना ।
- विद्यालय के Kitchen Garden में लगाए गए पौधों के सिंचाई हेतु प्रयोग में लाए जाने वाले चापाकल से Water channels का निर्माण करना।
- जल संरक्षण की भावना को प्रोत्साहित करना तथा छात्रों को पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रेरित करना ।
- समिति के सदस्यों के साथ मिलकर मौसमी पौधों को विद्यालय एवं घर के Kitchen Garden में लगाने हेतु प्रोत्साहित करना ।
- विश्व पर्यावरण दिवस एवं पृथ्वी दिवस के अवसर पर रैली आदि निकालना एवं Eco Club द्वारा विशेष रूप से पर्यावरण से संबंधित Project work करना ।
- Eco Club के सदस्यों द्वारा स्थानीय जल स्त्रोतों की मैपिंग करना एवं उसके अनुसार उचित पौधारोपण की रणनीति बनाना ।
- Eco Club के सदस्यों द्वारा अवशेष पदार्थों को गड्डे में संग्रहण कर खाद बनाने में उपयोग कराना ।
- छात्र-छात्राओं को जागरूक करना तथा कचरे को जलाने से रोकने हेतु प्रेरित करना, जो श्वास रोग का कारण बनता है ।
- छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक के बैग के उपयोग को कम करने, उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर न फेंकने के लिए संवेदनशील बनाना, ताकि नाले और सीवर को अवरुद्ध होने से बचाया जा सके, साथ ही मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल प्रदान करने से बचा जा सके।
- प्रश्नोत्तरी, निबंध, पेंटिंग प्रतियोगिताएं, रैलियां, नुक्कड़ नाटक आदि जैसे जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करना, जिनमें विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में शिक्षा दी जा सके और बच्चों को बेकार पड़े कचरे से उसका पुनः उपयोग और उससे उत्पन्न उत्पादों की तैयारी के बारे में सिखाया जा सके।
- जीव-संरक्षण क्षेत्रों / पार्कों / वन क्षेत्रों में प्रकृति प्रदर्शनी का आयोजन करना ताकि जैव विविधता के बारे में जानकारी हो सके।
- छात्रों के बीच प्रकृति प्रदर्शनी, क्विज और पोस्टर प्रतियोगिताओं आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाय ताकि पौधों / वन / वन्यजीव / जैव विविधता और प्रकृति से संबंधित मुद्दों के प्रति उत्साह पैदा हो सके।
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बाल संसद में कितने मंत्री होते है
बाल संसद के सदस्य ECO club के लिए महत्वपूर्ण होते है। इसके स्वच्छता मंत्री पर्यावरण से सम्बंधित है जो इको क्लब का उद्देश्य है। बाल संसद में 11 मंत्री होते है जो निम्नवत है :-
क्रम संख्या | पद का नाम | संख्या |
---|---|---|
1 | प्रधानमंत्री | 1 |
2 | स्वास्थ्य मंत्री | 1 |
3 | स्वच्छता मंत्री | 1 |
4 | सुरक्षा एवं न्याय मंत्री | 1 |
5 | पोषण मंत्री | 1 |
6 | उपस्थिति मंत्री | 1 |
7 | शिक्षा मंत्री | 1 |
8 | कौशल विकास मंत्री | 1 |
9 | पर्यावरण मंत्री | 1 |
10 | खेलकूद एवं संस्कृति मंत्री | 1 |
11 | संचार एवं संपर्क मंत्री | 1 |
विद्यालय में गठित ECO club से लाभ
पर्यावरण के प्रति जागरूकता , उसकी संरक्षण आदि कर्तव्य का बोध कराने हेतु स्कूल में इको क्लब का गठित किया जाना है। इससे छात्रों को अनेक लाभ होता है जैसे :-
- इको क्लब के सदस्य बनकर, छात्र अपनी पर्यावरण और समुदाय के लिए सक्रिय योगदान देते हैं।
- इसमें शामिल होने से छात्र अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझते हैं और इसे अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करते हैं ।
- इको क्लब सदस्यों को अधिक से अधिक सीखने और ज्ञान का विस्तार करने का मौका प्रदान करता है।
- इको क्लब के माध्यम से छात्र अपने विद्यालय के समूह के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए साझा क्रियाएं आयोजित करते हैं ।
- इको क्लब के सदस्य बनने पर इकोलॉजी और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भागीदारी और सहयोग का मौका मिलेगा। इससे ज्ञान बढ़ेगा और अपने विद्यालय और समुदाय के लिए एक सक्रिय बदलावकारी बनेंगे ।