By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • News
  • Stories
  • Contact
    • About Us
    • Disclaimer
    • Terms and Conditions
    • Privacy & Policy
Search
  • Advertise
  • Advertise
Reading: ECO Club in School : जानें, इको क्लब का गठन, उद्देश्य, प्रक्रिया,कार्य और इसका लाभ
Share
Sign In
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • News
  • Stories
  • Contact
Search
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • News
  • Stories
  • Contact
    • About Us
    • Disclaimer
    • Terms and Conditions
    • Privacy & Policy
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
  • Advertise
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
> Blog > Blog > ECO Club in School : जानें, इको क्लब का गठन, उद्देश्य, प्रक्रिया,कार्य और इसका लाभ
BlogNews

ECO Club in School : जानें, इको क्लब का गठन, उद्देश्य, प्रक्रिया,कार्य और इसका लाभ

educationjhar
Last updated: 29/05/2025 11:43
educationjhar
Share
9 Min Read
ECO Club in School
SHARE

ECO club in Schoo

झारखण्ड प्रदेश के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूल में इको क्लब (ECO club in School) का गठन किया जाना है। इसके तहत पेड़ लगाना , स्वच्छता अभियान , प्राकृतिक संरक्षण, बागवानी के प्रति बच्चों को जोड़ा जायेगा। यह छात्रों को एक दूसरे के साथ सहयोग करने और अधिक से अधिक सीखने का मौका प्रदान करता है इससे अपने विद्यालय के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सक्रियता का माध्यम बनाता है।

WhatsApp Channel Join Now
Contents
ECO club in SchooECO club का उद्देश्यECO club हेतु निर्धारित राशिECO Club हेतु प्राप्त राशि का व्ययस्कूल में इको क्लब का कार्यबाल संसद में कितने मंत्री होते हैविद्यालय में गठित ECO club से लाभ
ECO Club in School
पौधा रोपते छात्र

ECO club का उद्देश्य

यह छात्रों का एक समूह होता है जो पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता लाने , समस्याओं को चिन्हित कर उनके निदान हेतु गतिविधियों में अपनी भागेदारी करते है। इको क्लब गठन के अन्तर्निहित उद्देश्यों में बच्चों को प्रकृति और पर्यावरण के बीच ले जाना और पर्यावरण को कक्षा में पठन पाठन पाठ्यक्रम और गतिविधियों में शामिल करना प्रमुख है। विद्यालय में इको क्लब पर्यावरण शिक्षा गतिविधियों का केंद्र होता है जो ECO club के सदस्यों (छात्र-छात्रों ) में उनके समझ और कौशल को बढ़ाकर उन्हें अपने आसपास के पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाता है।

  • 🌴ताजी एव हरी सब्जियों एवं फलों का उपयोग से कुपोषण तथा सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से मुक्ति पायी जा सकती है।
  • 🌴छात्रों को प्रकृति से जोड़ने एवं उन्हे बागवानी के प्रति जागरूक करना ।
  • 🌴कम खर्च में स्थानीय फलों एवं साग सब्जियों में उपलब्ध पोषक तत्वों के संबंध में समुदाय को जागरूक करना ।
  • 🌴Demonstration के माध्यम से छात्रों के साथ जन सामान्य को पोषण स्तर में सुधार हेतु जागरूक करना ।
  • 🌴छात्रों में शारीरिक विकास हेतु पोषण की महत्ता एवं उन्हे पर्यावरण संतुलन हेतु प्रेरित करना ।
  • 🌴भूमि की उर्वरक शक्ति में वृद्धि हेतु लाभकारी ।
  • 🌴विद्यालय के छात्रों के बीच समुदाय के प्रति सहभागिता की भावना उत्पन्न करना।

ECO club हेतु निर्धारित राशि

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता वभाग के आदेश से झारखंड राज्य के विद्यालयों में पूर्व से ही इको क्लब स्थापित हैं। जहाँ पर ये कार्य नहीं हुआ है उस विद्यालय को इको क्लब गठन या पुनर्गठन करने की आवश्यकता है। यूनिसेफ के WASH कार्यक्रम की प्राथमिकताओं में Eco Club एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। कार्यक्रम की सफल संचालन हेतु विद्यालयों को राशि देने का प्रावधान किया गया है। यह राशि PFMS के माध्यम से आवंटित की जायगी जो निम्न प्रकार से होगी :-

क्रम संख्याविद्यालय का प्रकारनिर्धारित राशि
1प्राथमिक विद्यालय3500
2मध्य विद्यालय10000
3उच्च विद्यालय15000

ECO Club का लेटर के लिए नीचे डाउनलोड बटन पर क्लिक करें

Eco Club PDF

ECO Club हेतु प्राप्त राशि का व्यय

इको क्लब की विकास हेतु इस वर्ष से राशि की प्रावधान की गयी है। इस राशि से निम्नलिखित सामग्रियों की खरीद हेतु व्यय की जा सकती है :-

WhatsApp Channel Join Now
  1. कुदाली
  2. खुरपी
  3. गैंता
  4. पेड़ -पौधा लगाना
  5. पौधा की घेराव करना
  6. जैविक खाद बनाना
  7. साग-सब्जी रोपना
  8. फलदार पेड़ लगाना
  9. पानी पटवन की व्यवस्था करना

स्कूल में इको क्लब का कार्य

इको क्लब के कार्य के तहत छात्रों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और सवेंदनशीलता को बढ़ावा देना है। कचरा प्रबंधन, विद्यालय परिसर और उसके आसपास पेड़ लगाने , वायु,जल एवं ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण को नियंत्रित करने के लिए शिक्षित व जागरूकता बढ़ाने के अतिरिक्त निम्नलिखित कार्य है:-

  • 🌳विद्यालय को स्वतः या समुदाय के सहयोग से घेराबंदी हेतु स्मारित करना ।
  • 🌳विद्यालय में बिजली का प्रभावी उपयोग (एल.ई.डी. बल्ब, सौर लैंप का प्रयोग तथा आवश्यकता नहीं रहने पर बिजली के सारे स्विच बंद कराना) सुनिश्चित करना ।
  • 🌳Eco Club के सदस्यों को उनके कार्य एवं दायित्व के प्रति संवेदनशील बनाना ।
  • 🌳Eco Club के सदस्यों द्वारा स्थानीय पौधों एवं बीज की जानकारी एवं उनके प्रयोग की जानकारी 🌳प्राप्त करना एवं आवश्यकतानुसार बीजों को विद्यालय परिसर में लगाने हेतु संरक्षित करना ।
  • 🌳विद्यालय परिसर में बगीचा (Kitchen Garden) विकसित करना एवं उसकी सुरक्षा करना ।
  • 🌳छात्रों को वृक्षारोपण द्वारा अपने आस-पास के पर्यावरण को हर भरा और स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • 🌳स्थानीय जानकारी के आधार पर जल संरक्षण की शुरूआत करना ।
  • 🌳विद्यालय के Kitchen Garden में लगाए गए पौधों के सिंचाई हेतु प्रयोग में लाए जाने वाले चापाकल से Water channels का निर्माण करना।
  • 🌳जल संरक्षण की भावना को प्रोत्साहित करना तथा छात्रों को पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रेरित करना ।
  • 🌳समिति के सदस्यों के साथ मिलकर मौसमी पौधों को विद्यालय एवं घर के Kitchen Garden में लगाने हेतु प्रोत्साहित करना ।
  • 🌳विश्व पर्यावरण दिवस एवं पृथ्वी दिवस के अवसर पर रैली आदि निकालना एवं Eco Club द्वारा विशेष रूप से पर्यावरण से संबंधित Project work करना ।
  • 🌳Eco Club के सदस्यों द्वारा स्थानीय जल स्त्रोतों की मैपिंग करना एवं उसके अनुसार उचित पौधारोपण की रणनीति बनाना ।
  • 🌳Eco Club के सदस्यों द्वारा अवशेष पदार्थों को गड्डे में संग्रहण कर खाद बनाने में उपयोग कराना ।
  • 🌳छात्र-छात्राओं को जागरूक करना तथा कचरे को जलाने से रोकने हेतु प्रेरित करना, जो श्वास रोग का कारण बनता है ।
  • 🌳छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक के बैग के उपयोग को कम करने, उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर न फेंकने के लिए संवेदनशील बनाना, ताकि नाले और सीवर को अवरुद्ध होने से बचाया जा सके, साथ ही मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल प्रदान करने से बचा जा सके।
  • 🌳प्रश्नोत्तरी, निबंध, पेंटिंग प्रतियोगिताएं, रैलियां, नुक्कड़ नाटक आदि जैसे जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करना, जिनमें विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में शिक्षा दी जा सके और बच्चों को बेकार पड़े कचरे से उसका पुनः उपयोग और उससे उत्पन्न उत्पादों की तैयारी के बारे में सिखाया जा सके।
  • 🌳जीव-संरक्षण क्षेत्रों / पार्कों / वन क्षेत्रों में प्रकृति प्रदर्शनी का आयोजन करना ताकि जैव विविधता के बारे में जानकारी हो सके।
  • 🌳छात्रों के बीच प्रकृति प्रदर्शनी, क्विज और पोस्टर प्रतियोगिताओं आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाय ताकि पौधों / वन / वन्यजीव / जैव विविधता और प्रकृति से संबंधित मुद्दों के प्रति उत्साह पैदा हो सके।

यह भी पढ़ें : बाल संसद (Bal Sansad) के कार्य एवं दायित्व क्या है?

बाल संसद में कितने मंत्री होते है

बाल संसद के सदस्य ECO club के लिए महत्वपूर्ण होते है। इसके स्वच्छता मंत्री पर्यावरण से सम्बंधित है जो इको क्लब का उद्देश्य है। बाल संसद में 11 मंत्री होते है जो निम्नवत है :-

क्रम संख्यापद का नामसंख्या
1प्रधानमंत्री1
2स्वास्थ्य मंत्री1
3स्वच्छता मंत्री1
4सुरक्षा एवं न्याय मंत्री1
5पोषण मंत्री1
6उपस्थिति मंत्री1
7शिक्षा मंत्री1
8कौशल विकास मंत्री1
9पर्यावरण मंत्री1
10खेलकूद एवं संस्कृति मंत्री1
11संचार एवं संपर्क मंत्री1

विद्यालय में गठित ECO club से लाभ

पर्यावरण के प्रति जागरूकता , उसकी संरक्षण आदि कर्तव्य का बोध कराने हेतु स्कूल में इको क्लब का गठित किया जाना है। इससे छात्रों को अनेक लाभ होता है जैसे :-

  • 🌲इको क्लब के सदस्य बनकर, छात्र अपनी पर्यावरण और समुदाय के लिए सक्रिय योगदान देते हैं।
  • 🌲इसमें शामिल होने से छात्र अपने जीवन में पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझते हैं और इसे अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करते हैं ।
  • 🌲इको क्लब सदस्यों को अधिक से अधिक सीखने और ज्ञान का विस्तार करने का मौका प्रदान करता है।
  • 🌲इको क्लब के माध्यम से छात्र अपने विद्यालय के समूह के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए साझा क्रियाएं आयोजित करते हैं ।
  • 🌲इको क्लब के सदस्य बनने पर इकोलॉजी और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भागीदारी और सहयोग का मौका मिलेगा। इससे ज्ञान बढ़ेगा और अपने विद्यालय और समुदाय के लिए एक सक्रिय बदलावकारी बनेंगे ।

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article कर्मचारियों में हर्ष उल्लास : रिटायरमेंट ग्रेच्युटी और डेथ ग्रेच्युटी में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी (increase in retirement gratuity and death gratuity)
Next Article स्कूल में बाल संसद का गठन : जानें पूरी प्रक्रिया, मंत्रीपद का नाम और कुल सदस्यों की संख्या (Baal Sansad ka Gathan )
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

235.3kFollowersLike
69.1kFollowersFollow
56.4kFollowersFollow
4.4kFollowersFollow
- Advertisement -

Latest News

कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा
कक्षा 8 की बोर्ड परीक्षा फिर से होगी, JAC बोर्ड ने दिया ये आदेश
Uncategorized 25/06/2025
PTM बैठक SOP
सरकारी स्कूलों में PTM बैठक SOP के तहत करने का आदेश जारी
Blog Primary School 20/06/2025
इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय
इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय : परीक्षा तिथि जारी, जानें सिलेबस और परीक्षा प्रक्रिया
Blog Exam Primary School 18/06/2025
Teacher Transfer 2025
Teacher Transfer 2025 : सरकारी शिक्षक का अंतरजिला स्थानांतरण तय, तुरंत करें ऑनलाइन आवेदन, जानें पूरी डिटेल
Blog News 15/06/2025
Follow US

Copyright © Education Jharkhand. All Right Reserved. Designed by Nerold IT Service

Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?